“और! क्या चल रहा है जिंदगी में?”
“कुछ खास नहीं, बस कट री है।”
ऊपर लिखी ये दो लाइन बहुत ही कॉमन हैं। जब भी किसी से पूछो की जिंदगी में क्या चल रहा है तो आधे से ज्यादा लोग यही जवाब देते हैं की ‘बस, कट रही है।’
आप भी बहुत बार ऐसा ही बोलते होंगे और आपको ये चीज बड़ी नॉर्मल लगती होगी। क्योंकि ज्यादातर लोग ऐसा ही बोलते हैं। मैं खुद भी कभी कभी अपने दोस्तों से या रिश्तेदारों से इस सवाल का ऐसा ही जवाब देता हूं। लेकिन एक दिन मैंने ऐसे ही इस बारे में थोड़ा गहराई से सोचा जो शायद आपने भी कभी नहीं सोचा होगा या सोचा भी होगा तो कभी ज्यादा गौर नही किया हो।
इस ‘कट रही है’ को लेकर मेरे मन में ये सवाल आया की, मैं या कोई और भी ऐसा क्यों बोलता है। इस बारे में मेरे मन में जो भी विचार आए या जो भी बातें आईं वो मैं आपको बताता हूं। इन विचारों के जरिए आप ये समझने की कोशिश करिएगा की क्या जो मैने सोचा वही सब आप की जिंदगी में भी होता है और अगर होता है तो उसे बदलने के लिए हम क्या कर सकते हैं.

Zindagi Bas Kat Hi Rahi Hai – True Life Motivation By Himanshu Bisht
हम जब भी दूसरों से ऐसा बोलते हैं की ‘यार, मेरी तो जिंदगी कट रही है’ या ‘बस, अपने तो दिन कट रहे हैं’, इसका मतलब है की हम जो ये जिंदगी जी रहे हैं उससे खुश नहीं है, या फिर जिंदगी में हम कुछ हांसिल करना चाहते हैं और वो हमे मिल नही रहा है।
अब इन दोनो बातों को समझते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके पास हर तरह की सुविधा होती है, अच्छा घर, अच्छी नौकरी, गाड़ी, सब कुछ, लेकिन साथ ही उनकी जिंदगी में कुछ ना कुछ दुख बना रहता है, जैसे घर में कोई आए दिन बीमार रहता है, कभी किसी का एक्सीडेंट हो जाता है, तो ऐसे लोग भी अक्सर ये बोलने लगते हैं की ‘यार अपनी तो जिंदगी बस कट रही है।’
क्यूंकि उनकी जिंदगी में सुविधा तो है लेकिन साथ ही ऐसा दुःख भी है जिसे वो झेल रहे हैं. दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं, नाम कमाने चाहते हैं, किसी बिजनेस की शुरुवात करना चाहते हैं लेकिन वो ऐसे किसी भी काम में सफल नहीं हो पाते, या फिर किन्ही वजहों से वो ये सब कर ही नहीं पाते.
वो कोशिश तो करते हैं लेकिन उनके साथ कुछ ना कुछ ऐसा होता रहता है जिससे उनके काम पूरे नहीं हो पाते। और जब उनसे पूछो की जिंदगी कैसी चल रही है तो जवाब मिलता है ‘अपने तो बस दिन कट रहे हैं।’ अब ये जो बातें मैने सोची ऐसा ही कुछ आपके साथ भी होता होगा। ऐसा भी नहीं है की हर किसी की जिंदगी कट ही रही है कुछ लोग इसे बहुत मजे से, खुशियों से जी भी रहे हैं.
अब मेरी जिंदगी में ऊपर की दोनो बातें हो रही हैं, मैं ज्यादा पैसे कमाना चाहता था तो मैंने ब्लॉगिंग करनी शुरू कर दी, स्टार्टिंग में अर्निंग होने लगी तो सब कुछ ठीक सा लगने लगा। उस टाइम ऐसा लगता था की जिंदगी बहुत सही है लेकिन पिछले दो महीने से ब्लॉगिंग से होने वाली अर्निंग डाउन हो गई,
फिर मैं बीमार हो गया, और दो तीन फैमिली प्रॉब्लम्स और आ गई, अच्छी खासी जिंदगी फिर से बस कट रही है वाली स्तिथि में आ गई।’ इसलिए आजकल जब भी कोई मुझसे पूछता है की ओर ‘क्या चलरा है’ या ‘और सब बढ़िया है’ तो मेरे मुंह से अपने आप निकल जाता है की ‘बस, कट रहे हैं दिन।’
मेरा ऐसा कहना या किसी का भी ऐसा कहना ये दिखाता है की सामने वाले इंसान की जिंदगी में कुछ ना कुछ परेशानी है या दुख है। अक्सर लोग ये बात मुस्कुराते हुवे कहते हैं लेकिन उस मुस्कुराहट के पीछे एक ऐसी बात होती है जो वो किसी को बताते नही। जब अगली बार आपसे कोई कहे की मेरी जिंदगी बस कट रही है तो एक बार उससे पूछने की कोशिश करें की ‘सब कुछ सही है या नही?’ तो शायद वो व्यक्ति आपको अपने दिल की बात बता दे।
‘कट रही है’ वाली स्तिथि से बाहर कैसे निकलें – True Life Motivation in Hindi
वैसे तो दुख, तकलीफ, सफलता, असफलता हर किसी की जिंदगी में है लेकिन जब बात आती है जिंदगी काटने की तो इसका मतलब है की वो इंसान अपनी जिंदगी सही से जी नही रहा है। उसकी जिंदगी में नीरसता भरी हुई है। वो इंसान जिंदगी को एंजॉय नही कर पा रहा है।
ये सब मैने खुद अनुभव किया है और इस सिचुएशन से बाहर निकलने के लिए मैने ये decide किया है की मैं उन चीजों पर ज्यादा फोकस नही करूंगा जो मेरे कंट्रोल में नही है, जैसे ब्लॉगिंग से कितना पैसा आएगा ये मेरे हाथ में नही है इसलिए मैं सिर्फ पोस्ट लिखने में ध्यान दूंगा, अर्निंग कब होगी कितनी होगी ये बाद की बात है.
दूसरा मैं अपनी जिंदगी को आज में जियूंगा, इस बारे में ज्यादा नहीं सोचूंगा की आज दो पैसे बचाकर में कल मजे की जिंदगी जी लूंगा, कल का भरोसा नहीं है इसलिए जो है आज है। तीसरा, जो चीजें नहीं हो पा रही हैं उनको लेकर दुखी नहीं हूंगा, कुछ ना कुछ improvements के साथ उन्हें करते रहूंगा और जिस दिन वो चीजें होनी होंगी उस दिन वो होकर रहेंगी। चौथी बात, मैं कभी किसी से ये नही कहूंगा की मेरी जिंदगी बस कट रही है बल्कि ये कहूंगा की मेरी जिंदगी एक दम मस्त चल रही है।
आप भी किसी से कभी ये ना कहें की जिंदगी बस कट रही है क्यों की जब हम बार बार दूसरों से ऐसी बात बोलते हैं तो हमारी जिंदगी सच में वैसी ही बनती जाती है। दोस्तों, जिंदगी को काटना और जिंदगी को जीना दोनों अलग अलग बातें हैं। अपनी जिंदगी को जीने के लिए सबसे पहले हमें खुद को मजबूत बनाना जरूरी है।
ये zindagi हमें फिर नही मिलने वाली है इसलिए इसे काटना नही, हमें इसे जीना है वो भी पूरे मजे लेकर। जिन चीजों से खुशियां मिलती हैं वो करनी हैं। जो बनना चाहते हैं उस पर लगातार मेहनत करनी हैं। दूसरों को ये एहसास दिलाना है की हम जिंदगी को जी रहे हैं, काट नही रहे।
ऊपर जो चार बातें मैं follow कर रहा हूँ अगर वो आपकी स्तिथि के अनुसार फिट होती हैं तो आप भी उन्हें follow करें नहीं तो आप जिस भी समस्या या दुःख से गुजर रहे हैं उससे खुद को दूर रखने कोई और रास्ता जरूर निकालें.
आई होप मेरे इस जिंदगी के अनुभव (Jindagi Bas Kat Hi Rahi Hai – True Life Motivation) से आपको एक अच्छी प्रेरणा मिली हो। ऐसे ही और भी अनुभव और प्रेरणा से भरे आर्टिकल में आपके साथ शेयर करता रहूंगा इसलिए आप मेरे ब्लॉग से जुड़े रहें। इस पोस्ट को शेयर जरूर करें।