जिंदगी को बेहतर बनाने वाली 5 प्रेरणादायक बातें – prernadayak baten in hindi

prernadayak baten in hindi- आज की इस पोस्ट में हम आपके जीवन में काम आने वाली प्रेरणादायक बातें या फिर मोटिवेशनल स्पीच फॉर लाइफ लेकर आये हैं। ये बातें आपको motivation देने के साथ साथ आपकी लाइफ को भी बेहतर बनाएंगी।

इन प्रेरणादायक short motivational speeches के जरिये आप खुद को दूसरों से बेहतर व्यक्ति बना पाएंगे और साथ उन छोटी छोटी बातों के बारे में जानेंगे जो हमे जीवन में प्रेरित करती हैं।

1- जीवन में सुख और दुःख तो लगा रहता है – Prernadayak baten in hindi

कहते हैं कि जीवन में सुख और दुख, धूप और छांव की तरह होते हैं, जो समय-समय पर आते-जाते रहते हैं। यदि आप अपनी मौजूदा स्थिति को स्वीकार कर यह समझ जाएं कि ये परिस्थितियां जीवन भर नहीं रहने वाली हैं, तो यकीनन आप बेहतर महसूस करेंगे। इसको समझने का सबसे अच्छा तरीका है कि आंख बंद करके अपने जीवन के बीते वर्षों को याद कीजिए.

कब-कब आपने सबसे ज्यादा खुशी और पीड़ा का अनुभव किया और फिर यह देखिए कि मौजूदा समय में आप कहां खड़े हैं। इससे आपको यह समझ में आएगा कि हमारा जो पास्ट था, वह एक निश्चित समय के लिए था और Present में आप उससे आगे निकल चुके हैं। इसी तरह आज जो है, वो आने वाले कल में फिर बदल जाएगा। (Also Read- कामयाब बनना हैं तो एक बार ये जरूर पढ़ें )

2- दो काम की बातें – मोटिवेशन इन हिंदी  

दो बातें समझना जरूरी है। पहली ये की हर परिवर्तन हमें कुछ न कुछ सिखाता है। दूसरा, ऐसा कभी नहीं होता कि जिंदगी किसी खूबसूरत कहानी की तरह चलती जाए। जब हम यह समझ जाते हैं तो जीना आसान हो जाता है। तब हमारी सोच का दायरा इतना बड़ जाता है कि जीवन में आने वाले छोटे-मोटे बदलाव हमें आसानी से प्रभावित नहीं कर पाते।

जब हम छोटे-छोटे बदलावों से प्रभावित नहीं होते तो कहीं न कहीं हम खुद को बड़े बदलावों के लिए तैयार कर लेते हैं। जब हम यह सोचना बंद कर देते हैं कि काश हम पहले वाले समय में ही रहते, तो जीवन की चुनौतियों का सामना करना काफी आसान हो जाता है। इसलिए आज में जीना जरूरी है। (Also Read- तीन बातें जो आपको लाइफ में आगे नहीं बढ़ने देती )

3- अपनी Feelings को छुपाओ मत – motivation for life

जब हम अपनी Feelings को अपने दिल में दबाने की कोशिश करते हैं तो वह और भी ज्यादा बाहर आने की कोशिश करती हैं। इसमें अच्छी और बुरी दोनों तरह की feelings शामिल होती हैं और यह बात जीवन में आने वाले बदलावों पर भी लागू होती है। इसलिए अपने आप को बदलावों के प्रति इस तरह तैयार करें कि अच्छे और बुरे, दोनों तरह के अनुभवों को खुले दिल से स्वीकार कर सकें।

उदाहरण के लिए, किसी नए काम को लेकर यदि मन में घबराहट है या डर लग रहा है, तो उस एहसास को दबाएं नहीं, बल्कि महसूस करें। इससे आपको आने वाली situation का मजबूती से सामना करने का हौसला मिलेगा। इस बात को समझना बेहद जरूरी है कि जितना कमजोर आप आज खुद को महसूस कर रहे हैं, वह कल नहीं करेंगे। समय अवश्य बदलता है। बस कभी-कभी इंतजार थोड़ा लंबा हो जाता है। (Also Read- रिश्तों के एहमियत Motivational Kahani )

4- दिमाग के साथ सुनें दिल की भी – prernadayak short speech 

अकसर हम सुनते हैं कि सही फैसले लेने के लिए दिल के बजाय दिमाग से काम लेना चाहिए। पर हर बार यह नियम लागू हो, ऐसा जरूरी नहीं है। बेशक हमारा दिमाग हमें सही और गलत के बीच फैसला करने की क्षमता देता है, लेकिन बहुत सारे अन्य मायनों में यह एक ऐसी शक्तिशाली मशीन है, जो कभी-कभी बेकाबू भी हो जाती है।

मान लीजिये, आपके जीवन में अभी-अभी बहुत बड़ा बदलाव आया है, जो आपकी परिस्थिति के अनुरूप नहीं है और आप उस बदलाव को टाल भी नहीं सकते। ऐसे में बहुत हद तक संभव है कि आपका दिमाग किसी उलटी ही दिशा में काम करना शुरू कर दे और आप यह सोचने पर मजबूर हो जाएं कि अगर इस बदलाव को accept नहीं किया होता, तो ज्यादा बेहतर होता।

असमंजस की इस स्थिति से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने दिल की आवाज सुनने की कोशिश करें और उसके बाद अपना decision लें। और शायद ऐसा भी हो सकता है कि वर्तमान में जो कष्टदायी घड़ी लग रही है, वह भविष्य में सुनहरे रास्तों का द्वार खोल दे। अगर ऐसा है तो उस बदलाव पर पछताने के बजाय आगे बढ़ जाएं।

5- दूसरों से जलन क्यों – motivational words in hindi

ईर्ष्या या फिर जलन हमारे भीतर की महज एक सोच नहीं है बल्कि समय के साथ यह हमारे जीने की प्रक्रिया बन जाती है। हर वक्त हमारे दिमाग में तुलना ही चलती रहती है। दूसरों के पास हम से ज्यादा क्यों हैं..? दूसरे हमसे बेहतर क्यों हैं..?

दूसरों को हर चीज़ हम से पहले और जल्दी क्यों मिल जाती है..? मैं दूसरों से ज्यादा दुखी क्यों हूँ..? मैं दूसरों से ज्यादा सफल क्यों नहीं हूँ..? तुलना का ये बुखार हमारे शरीर को जकड़ कर हमारी सोचने समझने की शक्ति को ख़त्म कर देता है। (Also Read-  रामायण से जुड़ी एक छोटी सी प्रेरणादायक कहानी )

हमारा खुद पर से भरोसा कमजोर हो जाता है और फिर हमे जिंदगी से बस शिकायतें ही शिकायत रह जाती है। इस जलन से खुद को बाहर निकालने का बस एक ही रास्ता है, खुद की दूसरों के साथ तुलना करना बंद करें। दूसरों के पास जो है वो उनकी किस्मत का दिया है और

आपके पास जो है वो आपकी किस्मत का दिया हुवा है। खुद से और अपनी चीज़ों से खुश रहना सीखें, जलन अपने आप खत्म हो जायेगी। दुसरो से खुद की तुलना करना जिस दिन हमारे लिए गैर-जरूरी हो जायगा, उस दिन से ईर्ष्या या जलन को भी हमारे भीतर रहने की जगह नहीं मिलेगी।

आई होप  इस prernadayak baten in hindi पोस्ट से आपको कुछ प्रेरणादायक सीख मिली हो। प्रेरणादायक बातों से भरी इस पोस्ट से related आपका कोई भी विचार हो तो हमे comment section में जरूर बताएं। इस पोस्ट को शेयर जरूर करें।

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