मेहनत करने के बाद भी सफलता क्यों नहीं मिलती – Hard Work & Success

hard work success – कहते हैं कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। जो लोग मेहनत करते हैं वो कभी ना कभी सफल जरूर होते हैं। किसी भी काम में सफलता (Success) पाने के लिए मेहनत करना बहुत जरूरी है, फिर चाहे वो मेहनत शारीरिक हो या मानसिक। सफल होना है तो मेहनत करनी ही है।

मेहनत करने के बाद भी सफलता क्यों नहीं मिलती..? – Hard Work and Success

ये बात तो हो गई मेहनत (hard work success) कि लेकिन तब क्या जब कोई इंसान मेहनत करने के बाद भी असफल हो जाए..? दोस्तों ये बात हम सभी जानते हैं कि मेहनत करने वाला हर व्यक्ति सफल नहीं होता लेकिन फिर भी हम मेहनत करते रहते हैं।

इस बात को ऐसे समझ सकते हैं, हर साल लाखों बच्चे सरकारी नौकरियों की तैयार करते हैं, उसके लिए कोचिंग जाते हैं, घर में पड़ते हैं , मतलब हर कोई अपनी तरफ से पूरी मेहनत करता है लेकिन बावजूद इसके भी कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो कई सालों तक कोचिंग लेने के बाद या सेल्फ स्टडी करने के बाद भी सरकारी नौकरी में नहीं लग पाते हैं।

अब आप ये सोच रहे होंगे कि सरकार वैकेंसी ही कम निकालती है तो नौकरियां कम लगती हैं फिलहाल इस बारे में हम बात नहीं करेंगे। इसे ऐसे समझिए मान लो किसी जॉब के लिए दो सौ वैकेंसी आयी और दो हज़ार बच्चों ने फार्म भरा और उन दो हज़ार में से हज़ार लोगों ने पूरी मेहनत करी, दिन रात पढ़ाई करी लेकिन फिर भी सेलेक्ट तो कोई दो सौ ही होंगे. तो क्या बांकी के बचे लोगों ने कोई मेहनत ही नहीं करी या जो दो सौ लोग निकले, उनकी जैसी मेहनत कोई और कर ही नहीं पाया।

दोस्तों मेरी इन बातों से आप एक बात तो आप समझ गए होंगे कि में किस तरफ इशारा कर रहा हूं, जी हां ‘किस्मत’ (luck)। हम भले ही दिन रात मेहनत कर लें लेकिन अगर हमारी किस्मत हमारा साथ नहीं देगी तो उस Hard work का कोई फायदा नहीं होगा। अब आप ये मत सोचिए कि luck ही सब कुछ है और hard work बस एक बहाना। जीवन में सफल होने के लिए जितना जरूरी मेहनत करना होता है उतना ही जरूरी है एक अच्छी किस्मत का होना।

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मेहनत और किस्मत का खेल (Luck and Hard work)-

जब हम किसी काम में लगातार मेहनत करके बार बार असफल हो जाते हैं तो उसका मतलब ये नहीं है कि हमने मेहनत कम करी या फिर हम उस काम के लायक नहीं हैं, हो सकता है कि हमारी किस्मत ही खराब हो इसलिए हम बार बार असफल हो रहे हों।

दोस्तों जब आप किसी काम में मेहनत करके थक जाएं या फिर उस काम से हार मान लें तो आपको कुछ और काम करने की जरूरत है हो सकता है जिस काम में आप लगे हो उस काम में आपकी मेहनत तो है लेकिन लक नहीं। एक ही तरह के काम में खुद को उलझाए मत रखो खासकर तब जब आपकी मेहनत बर्बाद हो रही हो और आप असफल हो रहे हैं।

इस बात को ऐसे समझिए, मान लो आप चार पांच सालों से सरकारी नौकरी कि तैयारी कर रहे हों और दस से बारह बार सरकार जॉब का एग्जाम भी दे चुके हो लेकिन किसी भी बार आपका सिलेक्शन नहीं हो पाता और फिर आप सुनते है कि आपका पड़ोसी एक साल की कोचिंग के बाद ही सरकार जॉब में लग गया। और फिर आपको ये लगने लगता है कि आपसे मेहनत नहीं हो पा रही है और लोग भी बोलने लगते हैं कि ये तो टाइम पास कर रहा है।

तो ऐसे में आप खुद को निराश ना करें क्योंकि दोष सिर्फ आपकी मेहनत का नहीं आपकी किस्मत का भी हो सकता है। हो सकता है आपकी किस्मत में कोई अच्छी प्राइवेट जॉब लिखी हो या फिर कोई अच्छा बिजनेस । दोस्तों ये मेहनत और किस्मत का खेल (game of luck and hard work) नौकरी, पढ़ाई, कारोबार हर जगह हर किसी के लिए होता है।

कोई ठेले में सामान बेचकर लाखों रुपए कमा लेता है तो कोई शोरूम खोलकर भी कंगाल हो जाता है। वैसे तो कड़ी मेहनत करके किस्मत को बदला जा सकता लेकिन सिर्फ तब जब आप मेहनत सही जगह पर कर रहे हों।

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सफलता मेहनत से मिलती है या किस्मत से (Success vs Luck vs Hard Work)-

अब सवाल ये आता है की सफलता मिलती किस चीज़ से है। मेहनत करने से या फिर किस्मत से। दोस्तों इस बात पर कोई शक नहीं है की सफलता तो मेहनत करने से ही मिलती है लेकिन ये बात depend करती है की आप मेहनत सही चीज़ पर कर रहे हैं या नहीं।

मेहनत करने से किस्मत को बदला तो जा सकता लेकिन सिर्फ तब जब आप सही काम में मेहनत कर रहें हों। इसे ऐसे समझते हैं मान लो एक मजदूर जो अपने काम में पूरी मेहनत करता है और सारी जिंदगी मेहनत करता है।

लेकिन वो अपने अंतिम समय तक भी एक मजदूर ही बना रह जाता है लेकिन दूसरी तरफ एक दूसरा मजदूर जो अपने काम में थोड़ा और मेहनत करता है और मिस्त्री का काम सीख लेता है और धीरे धीरे मिस्त्री के काम से ठेकेदारी करना सीख लेता है। और कुछ सालों में उसके नीचे कई सारे मजदूर काम करने लगते हैं। मेहनत दोनों ने करी लेकिन एक मजदूर से मजदूर ही बना रह गया और दूसरा मालिक बन गया।

मेहनत करना भी जरूरी है (Hard Work is also Important)-

दोस्तों ये एक example है मेहनत से किस्मत को बदलने का। बस आपके ये जानने की जरूरत है की किस काम को आप बेहतर कर सकते हैं उसी में मेहनत करिये। सारी जिंदगी एक ही जैसा काम करके, उसी में दिन रात गधों की मेहनत करके किस्मत नहीं बदलती।

मेहनत से किस्मत को बदलने के लिए सोच को बदलना भी जरूरी है। कुछ नया सोचना जरूरी है। सिर्फ मेहनत करने से सफलता मिल जायेगी और उसी काम में जिसमे आप बार बार fail हो रहें, तो ऐसी सोच रखना बस एक बेवकूफी होगी।

सिर्फ मेहनत मत करो। ये भी देखो की जिस काम में आप में मेहनत से लगे हो उस काम में आप आगे भी बड़ पा रहे हो या नहीं। कड़ी मेहनत करने के बाद भी अगर आप उस काम में वही हैं जहाँ से शुरुवात करी थी तो हो सकता है आपकी किस्मत ख़राब है और अब आपको अपनी मेहनत किसी और काम को आजमाने में करनी चाहिए। क्या पता आपकी किस्मत किसी दूसरे काम में हो जिसमे आपको जल्दी सफलता मिल जाए। (hard work success)

मेहनत और किस्मत के खेल को ठीक से समझ पाना और समझपाना इतना आसान नहीं है। ये दोनों ही चीज़ें हर किसी के लिए अलग अलग तरह से काम करती हैं। लक, हार्ड वर्क और सक्सेस पर लिखी हुई ऊपर की सारी बातें खास उन लोगों के लिए जो अक्सर ये कहते रहते हैं की ‘मैंने पूरी मेहनत से एक काम शुरू किया और मैं उसमे भी fail हो गया। मेरी तो किस्मत ही ख़राब है।’

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