Hindi Motivational Story- कभी ना कभी हम सभी के मन में ये बात तो आती ही है की अगर मैं ना होता तो क्या होता। ये बात खाशकर तब आती है जब हमारी वजह से कोई काम या तो पूरा होता है या फिर हमारे ना होने की वजह से वो काम हो ही नही पाता। कभी कभी ये बात इतनी बड़ जाती है की ये हमारे अंदर लापरवाही ले आती है।
हम खुद को बहुत important समझने लग जाते हैं और दूसरों की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। खुद को दूसरों से बड़ा समझने लग जाते हैं। हमे ये लगने लगता है की हमारे बिना किसी का काम ही नहीं हो पाएगा। जो हैं हम ही हैं।
आज की प्रेणादायक कहानी आपको इसी बात की सीख देगी की क्या ऐसा सोचना हमारे लिए सही है। क्या सच में किसी के ना होने से काम रुक जाते हैं। ये hindi motivational story रामायण का एक छोटा सा किस्सा है और ये कहानी हनुमान जी के ऊपर है। जिसे पढ़कर आप समझ जाएंगे की ‘मैं ना होता तो क्या होता।’
हनुमान जी की कहानी (Lord Hanuman Hindi Motivational Story)

हनुमान जी जिस समय भगवान राम से आशीर्वाद लेकर सीता मां की खोज करते हुवे अशोक वाटिका में पहुंचते हैं तो वो देखते हैं की गुस्से से भरा रावण तलवार लेकर सीता मय्या को मारने के लिए दौड़ रहा है। रावण को देखकर हनुमान जी सोचने लगते हैं की में एकदम सही समय पर पहुंचा हूं। माता की रक्षा करने के लिए मुझे इस दुष्ट रावण का सर इसी की तलवार छीन कर इसके शरीर से अलग कर देना चाहिए। अगर इस वक्त मैं यहां ना होता तो ना जाने क्या होता।
ऐसा सोचकर जैसे ही वो कुछ करने की सोचते हैं, अगले ही पल वहां पर मंदोदरी आ जाती है और रावण को रोक लेती है। ये सब देखकर हनुमान जी अशोक वाटिका मैं ही छुपे ही रहे और सोचने लगे की प्रभु ने माता की रक्षा करने के लिए स्वयं रावण की पत्नी मंदोदरी को भेज दिया। मैं तो यूं ही भ्रम में था की अगर आज मैं ना होता तो सीता मैय्या को कौन बचाता।
माता सीता से मुलाकात कर लेने के बाद जब हनुमान जी अशोक वाटिका में मजे से फल खा रहे होते हैं तो रावण के सैनिक उन्हें देखकर उनपर आक्रमण कर देते हैं। हनुमान जी को बंदी बना लिया जाता है। हनुमान जी के आने की खबर सुनकर त्रिजटा कहती है की लंका में एक बंदर घुस आया है। वो इस सोने की लंका को जला देगा। मैंने ये सब अपने सपने में देखा है।
ये सुनकर हनुमान जी सोचने लगते हैं की इस सोने की लंका को तो जल ही जाना चाहिए। इससे रावण का अहंकार भी जल जाएगा। लेकिन प्रभु राम ने तो लंका को जलाने के लिए कहा ही नहीं है। हो सकता है की ये काम भी मेरे यहां होने की वजह से ही हो रहा है, अगर मैं ना होता तो शायद ये सब भी ना होता।
- Also Read- भगवान की दो बेहतरीन मोटिवेशनल कहानियां
हनुमान जी को बंदी बनाकर रावण के पास ले जाया जाता है। जहां रावण हनुमान जी को मारने का हुक्म देता है। रावण की बात को सुनकर, विभीषण कहते हैं की दूत को मारना नियमों के विरुद्ध है। ऐसा करना सही नहीं है।
इसके बाद रावण कहता है की, ‘एक बंदर को उसकी पूंछ सबसे प्यारी होती है इसलिए उसकी पूंछ में आग लगा दी जाय।’
रावण के सैनिक हनुमान जी की पूंछ में कपड़ा बांधने लगते हैं और उस कपड़े पर घी लगाकर जलाने की तैयारी करने लग जाते हैं।
ये सब देखकर हनुमान जी सोचने लगते हैं की ये जो कुछ भी हो रहा है प्रभु की मर्जी से हो रहा है क्योंकि इस बड़ी सी लंका को जलाने के लिए में कपड़ा, घी, आग कहां से लेकर आता। लेकिन फिर भी इस रावण ने इन चीजों का प्रबंध खुद की कर दिया। प्रभु जब खुद रावण से अपना काम करा हैं तो मुझे ये भ्रम रखने की क्या जरूरत है की जो हो रहा है सब मेरी वजह से ही हो रहा। प्रभु तो काम करा ही देते हैं।
रावण के सैनिक हनुमान जी की पूंछ में आग लगा देते हैं जिसकी वजह से पूरी लंका में आग लग जाती है और सोने की लंका जलकर बर्बाद हो जाती है।
कई बार हमे भी ये गलतफहमी हो जाती है ही मैं ना होता तो क्या होता। जिस तरह माता सीता को बचाने का काम प्रभु ने रावण की पत्नी से करा लिया और लंका जलाने के लिए खुद उसने ही आदेश दिया। तब हनुमान जी भी समझ गये कि प्रभु जिससे जो काम लेना चाहते हैं, वह उसी से लेते हैं।
सीख जो हमे इस story से मिलती है –
इसलिए ये बात कभी ना भूलें की इस संसार में जो हो रहा है, वह ऊपरवाले की मर्जी से ही हो रहा है। कभी ये भ्रम ना पाले की आपके के बिना कोई काम रुक जाएगा या फिर आपके होने से ही कोई काम हो पाएगा। अगर आप नही भी होंगे तो चीज होंगे और उन्हें करने वाला भी कोई होगा।
इस संसार में हर चीज के होने का एक कारण होता है। जब तक आप कुछ कर रहे हैं तो इसका मतलब है की ऊपरवाला चाहता है की आप ही उस काम को करें। और जिस दिन आप ले अंदर ये घमंड आ जाएगा को ये काम मेरे बिना हो ही नही सकता उस दिन के बाद ऊपरवाला कुछ ऐसा इंतजाम करेगा की वो काम भी होगा और उस काम को करने वाला भी।
अपने आप के प्रति हमेशा लगन रखें और ये सोच ना रखें कि आपके बिना दुनिया चल ही नही सकती। इस दुनिया में हर चीज बदल सकती है। आप की जगह कोई और, किसी और ही जगह कोई और, लेकिन चीजें कभी रुकेंगे नही। आप होंगे तब भी काम होंगे, आप नहीं होंगे तब भी काम होंगे।
आई होप हनुमान जी इस प्रेरणादायक कहानी (Hanuman Ji Hindi Motivational Story) से आप कुछ अच्छा सीखें और समझे की ये जिंदगी सच में कैसी है। ऐसी ही और भी प्रेरणादायक भगवान की कहानियां पढ़ने के लिए इस ब्लॉग से जुड़ें रहें। कहानी को शेयर जरूर करें और सबको शिक्षा दें।