कहते हैं की “सच्चा दोस्त वही होता है जो मुसीबत में काम आए” लेकिन क्या दोस्ती सिर्फ इसलिए करी जाती है की हमारा दोस्त तभी काम आए जब हमारे सर पर कोई मुसीबत आई हो। या दोस्त की याद तभी आए जब कोई काम हो। कई लोग ऐसे होते हैं जो दोस्ती सिर्फ मतलब के लिए करते हैं, चाहे लड़का हो या लड़की। वो तब तक आपके दोस्त रहते हैं जब तक आप उनके काम आते रहते हैं जब आप उनके काम के नही रहते तो वो दोस्ती तोड़ देते हैं।
लेकिन इस सब के अलावा हमारी जिंदगी में एक, दो या तीन ऐसे दोस्त भी होते हैं, जिनके होने से हम अपने दुख-दर्द, तकलीफें सब कुछ भूल जाते हैं। उनके होने से हमें ये लगता है की जिंदगी कितनी अच्छी है, हर चीज में एक अलग मजा है। ऐसे दोस्तों का होना किसी वरदान से कम नहीं होता। अच्छे दोस्त होने से हमारी जिंदगी भी अच्छी रहती है।
दोस्तों से मिलना-जुलना हमारे दुखों को कम करता है और हमारी खुशियों को बढ़ाता है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो किसी से दोस्ती नही करते। हमेशा अकेले-अकेले रहते हैं। किसी से दोस्ती करना उन्हें वक्त की बरबादी लगता है। आज की इस Short Story on Friendship in Hindi के जरिए हम आपको बताएंगे की दोस्तों का होना कितना जरूरी है, वो भी अच्छे दोस्तों का।
इस Friendship story in hindi के जरिए आप समझेंगे की एक अच्छा दोस्त किस तरह हमारी उदासी भरी जिंदगी में खुशियां ला सकता है। आप इस दोस्ती पर एक छोटी सी कहानी को जरूर पड़ें और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

दोस्ती पर एक छोटी सी कहानी – Short Story on Friendship With Moral in Hindi
ये कहानी है एक बंदर की जो की बहुत ही झगड़ालू था। वो अपने साथी बंदरों के साथ हमेशा लड़ता रहता और उन्हें नए नए तरीकों से परेशान करता। एक दिन उससे तंग आकर उसके साथियों ने योजना बनाई की रात को जब ये गहरी नींद में सो रहा होगा तो हम सब इसे छोड़कर किसी दूसरे जंगल में चले जायेंगे।
अपनी योजना के तहत उसके सभी साथी रात को मौका मिलते ही उसे छोड़कर भाग गए। अगली सुबह जब वो बंदर उठा तो उसने देखा की वो वहां अकेला है और उसके सभी साथी गायब हैं। उसने इधर उधर अपने साथियों की तलाश करी लेकिन उसे कोई नही मिला। वो समझ गया की उससे परेशान होकर उसके साथियों ने उसे छोड़ दिया है।
कुछ महीने बीत गए वो बंदर अकेला उस जंगल में बहुत परेशान हो गया। उसकी जिंदगी एक दम नीरस हो गई। अपनी जिंदगी से परेशान होकर उसने मरने का फैंसला किया। लेकिन खुद को मारने की उसमे हिम्मत नही आई। वो जंगल में इधर उधर भटकने लगा। तभी उसकी नजर एक बूढ़े शेर पर पड़ी। वो शेर आराम कर रहा था।
बंदर ने सोचा मैं खुद को तो नही मार सकता लेकिन ये शेर जरूर मुझे मारकर खा सकता है। बंदर उछलता हुवा शेर के पास गया उसके कान खींचने लग गया। शेर को जैसे ही कान खींचने का एहसास हुवा तो तेजी से उठा और बंदर की तरफ झपटा। बंदर डर के मारे वापिस पेड़ पर चढ़ गया।
शेर का निवाला बनने की उसकी हिम्मत नही हो पाई। उसने फिर से एक बार शेर का कान खींचा और इस बार भी वो शेर की पकड़ में नहीं आया। शेर ने सोचा की ये बंदर फिर से मेरा कान खींचने की कोशिश करेगा तो इस बार मैं सोने का नाटक करता हूं, जैसे ही ये पास आएगा तो इसे पकड़ लूंगा। तीसरी कोशिश में बंदर पकड़ा गया।
बंदर को अपने चंगुल में लेकर शेर जोर से दहाड़ मारते हुवे बोला, “इस पूरे जंगल में खेलने को तुम्हें सिर्फ मैं ही मिला। अपनी इस शरारत के बदले अब तुम अपनी जान से जाओगे।”
बन्दर ने शेर को शरारत करने की असली वजह बताई और बोला, “अब आप ही हैं जो मुझे मेरी इस उदास जिंदगी से छुटकारा दिला सकते हैं।”
बंदर की बातों को जानकर, शेर ने इधर उधर देखा और बोला, “मेरे कान खींचते हुवे तुम्हें किसी और जानवर ने तो नही देखा, ना?”
बंदर बोला, “नही आपके और मेरे अलावा यहाँ कोई है ही नही।”
ऐसा सुनकर शेर ने बंदर को छोड़ दिया और कहा, “तुम्हारी तरह मैं भी बहुत समय से अकेला हूं। मेरे साथी यहां से चले गए लेकिन मैं उनके साथ नही गया। आज बहुत दिनों बाद किसी ने मुझे परेशान किया, जिससे मेरी उदास सी जिंदगी में थोड़ा मजा लौट कर आया। मैं तुम्हें मार नही सकता।”
शेर की बातें सुनकर बंदर ने उससे दोस्ती कर ली। वो दोनो एक साथ रहने और खेलने लगे।
सीख जो हमें इस Friendship story in Hindi से मिलती है –
जिंदगी के कुछ लम्हें ऐसे होते हैं जिन्हें हम अपने दोस्तों के साथ ही एंजॉय कर सकते हैं। एक अच्छा दोस्त होना और खुद भी एक अच्छा दोस्त बनना बहुत जरूरी है। दोस्तों के साथ बिताया हर पल मजेदार होता है, वो पल ऐसे होते हैं जब हमें एहसास होता है की जिंदगी इतनी भी बुरी नही है। दोस्तों के साथ मिलकर बातें करने से, पार्टी करने से, हंसी मजाक करने से हमारा स्ट्रेस कम होता है।
जो चीजें हम अपने परिवार के साथ शेयर नही कर पाते वो हम अपने दोस्तों के साथ शेयर कर लेते हैं। परिवार के बाद या कभी कभी परिवार से पहले दोस्त ही होते हैं जो हमारा साथ नही छोड़ते। जिंदगी में आप भी अकेले रहने ही ना सोचें। एक, दो दोस्त ऐसे जरूर बनाएं, जिनके होने से जिंदगी जीने लायक लगे।
आई होप आपको ये Short Friendship Story in Hindi अच्छी लगी हो, ऐसी ही और भी कहानियां पढ़ने के लिए ब्लॉग से जुड़े रहें।